दिवाली पर निबंध 150, 250, 500, 1000 शब्दों में

Diwali Par Nibandh– दिवाली, जिसे हम दीपावली के नाम से भी जानते हैं, एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है जो भारत में हर साल मनाया जाता है। यह त्योहार रोशनी, आनंद, और खुशियों का त्यौहार है और भारतीय समाज के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक इवेंट है। इस लेख में, हम Diwali Par Nibandh के बारे निबंध पढ़ेंगे और दिवाली के त्योहार के महत्व, इतिहास, और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे।

दिवाली का इतिहास बहुत प्राचीन है और इसे हिन्दू परंपरा के अनुसार भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने के दिन के रूप में मनाया जाता है। भगवान श्रीराम ने लंका के राक्षस राजा रावण को मारकर अयोध्या को विजयी वापस लिया था, और इसके अवसर पर लोगों ने उनका स्वागत दीपों की रोशनी से किया था। इसलिए दिवाली को विजयदशमी के रूप में भी मनाया जाता है।

Diwali Par Nibandh

Diwali Par Nibandh (दीपावली पर निबंध 1000 शब्दों में)

प्रस्तावना

प्रतिवर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को हिन्दू-समाज में दीपावली का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। दीपावली शब्द दीप+ अवली के योग से बना है, जिसका अर्थ है दीपो की पंक्ति“। इस पर्व पर प्रत्येक घर को दीपो से सजाया जाता है, इसीलिए इस पर्व को दीपावली कहते है। दीपावली के दिन घर-घर में लक्ष्मी-गणेश की पूजा की जाती है। लोग इस दिन आपसी द्वेष को भुलाकर एक दूसरे के घर जाते है और मिठाईया बाटते है। बच्चो के लिए यह दिन विशेष ख़ुशी का होता है। वे रंग-बिरंगे वस्त्र पहनकर पटाखे जलाते है और अपने दोस्तों के साथ मिलकर मिठाईया खाते है।

दीपावली का पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्त्व

दीपावली का अपना पौराणिक महत्त्व है। इसी दिन लंका-विजय के बाद जब भगवान् राम अयोध्या लोटे थे तो सम्पूर्ण भारतवर्ष में दीपक जलाकर खुशिया मनाई गयी थी। उसी दिन से यह त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। अनेक विद्वानों का यह भी मत है की यह त्यौहार इससे भी अधिक प्राचीन समय से मनाया जाता रहा है।

वैज्ञानिक दृष्टि से दीपावाली का महत्त्व

दीपावली का पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्त्व तो है ही, इसका वैज्ञानिक दृष्टि से भी महत्त्व है। वर्षा-ऋतू में उत्पन्न कीड़ो-मकोड़ो, जल में घास-फूस एवं गंदगी के सड़ने से उत्पन्न विषैली गैसों तथा घरो में व्याप्त सीलन को दूर करने की दृष्टी से भी दीपावली के त्यौहार की महत्वपूर्ण भूमिका है। लोग दीपावली का त्यौहार आने के बहुत पूर्व से ही अपने घर एवं उसके आस पास की सफाई प्रारम्भ कर देते है। वे घर एवं दुकानों पर नया रंग-रोगन करवाते है। इससे घर की सीलन एवं उसके कोनो आदि में छुपे हुए कीड़े-मकोड़ो का नाश हो जाता है।

दीपावली से लाभ

दीपावली मात्र एक त्यौहार ही नहीं है, बल्कि इससे अनेक लाभ भी है। घर-मुहल्लों की सफाई, वातावरण की शुद्धि, आपसी सद्भाव की भावना का विकास तथा नए कार्य व नयी योजनाओ को प्रारम्भ करने की प्रेरणा के साथ-साथ दीपावली हमे अँधेरे से लड़ने का भी सन्देश देती है।

दीपावली से हानि

मनुष्य एक ऐसा प्राणी है, जो अपने ईर्ष्या-द्वेष पर आधारित विचारो एवं अज्ञानतापूर्ण व्यवहार के द्वारा किसी लाभप्रद रीती-रिवाज को भी हानिकारक बना देता है। दीपावली के दिन जुआ खेलने, मदिरापान करने और अपशिष्ठ आचरण से विनाश को आमंत्रित करने वालो की आज भी कमी नहीं है। ऐसे लोग इस त्यौहार की पवित्रता को कलंकित कर समाज को हानि ही पहुंचाते है। इस दिन देशभर में पटाखों के रूप में अरबो रुपये का बारूद फुक दिया जाता है। इससे देश की अर्थव्यवस्था तो प्रभावित होती ही है, वातावरण भी प्रदूषित होता है। अनेक लोग पटाखों के कारण होनेवाली दुर्घटनाओं का शिकार होकर अपनी जिंदगी को नरक बना लेते है।

उपसंहार

दीपावली हिन्दुओ का एक महत्वपूर्ण और पावन त्यौहार है। धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक आदि विभिन्न दृष्टियों से इस पर्व का विशिष्ट महत्त्व है। मानव-जीवन में सुख, शान्ति और समृद्धि लाने में सहायक अनेक मंगलकारी प्रेणनाए इस पर्व के महत्त्व की पृष्ठ्भूमि में छिपी हुई है, अंत: हमे किसी भी त्यौहार को मनाते समय उसमे निहित कल्याणकारी भावो को भी समझना चाहिए। दीपावली के त्यौहार के लिए भी हमे यही दृष्टिकोण अपनाना उचित होगा, तभी हम इसका वास्तविक आनंद प्राप्त कर सकते है।

दिवाली पर निबंध 10 लाइन

1. दिवाली भारत का सबसे लोकप्रिय त्यौहार है।

2. दिवाली को दीपावली भी कहते है।

3. यह त्यौहार हर साल अक्टूबर या नवंबर में मनाया जाता है।

4. दिवाली के दिन भगवान् श्रीराम चौदह साल का वनवास पूरा करके अयोध्या लोटे थे।

5. यह त्यौहार धनतेरस के लेकर भाई-दूज तक पांच दिन चलता है।

6. दिवाली दीपो का त्यौहार है।

7. दिवाली पर हर घर दियो से सजाया जाता है।

8. दिवाली पर बच्चे पटाखों की आतिशबाजी का आनंद लेते है।

9. इस पर्व पर घर-घर में स्वादिस्ट मिठाईया बनवाई जाती है।

10. दिवाली का त्यौहार हमें बहुत खुशिया देता है।

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दीपावली पर निबंध 100 शब्दो में (Diwali Essay In Hindi 100 Words)

दिवाली हिन्दुओ का प्रमुख त्यौहार है। दिवाली त्यौहार हर वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या को मनाई जाती है। इस दिन श्री राम अपना चौदह वर्ष का वनवास पूर्ण करके अयोध्या वापस लोटे थे। श्री राम जी के घर वापस लौटने की ख़ुशी हर्ष उल्लाश मनाया गया वही परम्परा आज भी जारी है। दिवाली त्यौहार धनतेरस, नरक चतुर्दर्शी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज त्यौहार का समूह माना जाता है। दिवाली वाले दिन शाम को सभी अपने अपने घरो में भी गणेश, माता लक्ष्मी और माँ सरस्वती जी की पूजा करते है। पूजा के बाद सभी अपने बड़ो का आशीर्वाद लेते है। दीपावली लोग एक दूसरे को उपहार और मिठाईया का भेट देते है। इस दिन बच्चे और बड़े सभी मिलकर खूब पटाखे जलाते है। दीपावली पर्व निराशा पर आशा की विजय पर्व के रूप में मनाया जाता है।

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