मनरेगा योजना (Manrega Yojna) (महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना) भारत सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अधिकार को प्राथमिकता देने के लिए शुरू की गई योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी को कम करने और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देना है। इसे 2 सितम्बर 2005 को शुरू किया गया था और यह योजना भारत सरकार की प्रमुख स्कीमों में से एक है।
मनरेगा योजना (Manrega Yojna) का पूरा नाम है “महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना“। इससे पहले, इस योजना को “नरेगा” (National Rural Employment Guarantee Act) के तौर पर जाना जाता था। नरेगा योजना की शुरुआत 2 फरवरी 2006 को हुई थी, और इसके बाद इसे महात्मा गांधी के समर्पण के नाम पर “महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना” के रूप में जाना जाता है।
महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (Manrega Yojna) का पहला बजट भारत सरकार द्वारा 2006-2007 में प्रस्तुत किया गया था। इस योजना के पहले बजट का लगभग 11,300 करोड़ रुपए का बजट पास किया गया था।
हर वर्ष नए वित्त वर्ष के लिए मनरेगा योजना (Manrega Yojna) के लिए बजट निर्धारित किया जाता है, और यह बजट ग्राम पंचायतों को रोजगार गारंटी के तहत काम करने के लिए धनराशि प्रदान करने के लिए उपयोग की जाती है। बजट की संख्या साल-दर-साल बदलती है, लेकिन मनरेगा योजना (Manrega Yojna) के लिए अधिकतम बजट की गई है जिससे ग्रामीण भारत के गरीब लोगों को रोजगार के अधिकार का लाभ मिल सके। मनरेगा योजना के तहत मजदूरी करने पर प्रतिदिन 150 से 250 रूपए मजदूरी मिलती है।
Manrega Yojna का मुख्य उद्देश्य
महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (Manrega Yojna) का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण भारत के गरीब और असहाय लोगों को रोजगार के अधिकार का लाभ प्रदान करना है। इसका मुख्य लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की गारंटी प्रदान करना और इसके माध्यम से ग्रामीण जनसंख्या के आर्थिक विकास को सुधारना है।
मनरेगा योजना के निम्नलिखित उद्देस्य है-
1. रोजगार प्रदान करना: मनरेगा योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजगार प्रदान करना, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
2. सामाजिक समानता: मनरेगा योजना के माध्यम से, समाज में सामाजिक समानता को बढ़ावा देना, क्योंकि यह सभी गरीब और असहाय लोगों को रोजगार के अधिकार के तहत विविध कामों में शामिल करता है।
3. राजस्व और स्वावलंबन: मनरेगा योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में लोग रोजगार करके आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनते हैं और उनका आय बढ़ता है, जिससे उनका जीवनस्तर सुधरता है।
4. जल संरक्षण और वन संरक्षण: मनरेगा योजना के तहत कुछ काम जल संरक्षण और वन संरक्षण के क्षेत्र में किए जाते हैं, जिससे प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होता है।
5. ग्रामीण समुदायों के विकास: मनरेगा योजना के माध्यम से ग्रामीण समुदायों के सामाजिक और आर्थिक विकास को प्राथमिकता दी जाती है और उनके विकास को सुधारने का प्रयास किया जाता है।
Manrega Yojna का लाभ
- मनरेगा योजना का एक उद्देश्य यह भी है की कम से कम 1 साल में 100 दिन मजदूरों को रोजगार देना
- मनरेगा योजना एक ऐसी योजना है जो की रोजगार देने की गारंटी देती है।
- रोजगार न मिलने पर आप बेरोजगारी भत्ते का लाभ भी लिया जा सकता है।
- मनरेगा में काम करने वाले व्यक्तियों को रहने की सुविधा, शौचालय, पेंशन, और भी कई प्रकार की सुविधाएं मिलती है।
- और यह योजना भारत के हर एक राज्य में होती है।
Manrega Yojna के तहत कौन-कौन से कार्य किये जाते है
महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (Manrega Yojna) के तहत निम्नलिखित प्रकार के काम किए जाते हैं-
1. कृषि काम: मनरेगा योजना के अंतर्गत कृषि के काम जैसे कि खेती, खेतों की सफाई, बीज बोना जाना, और पानी की सिंचाई किए जाते है।
2. जल संरक्षण: जल संरक्षण के लिए विभिन्न काम जैसे कि जल संचालन, तालाब निर्माण, और सूजी सिंचाई किए जा सकते हैं।
3. वन संरक्षण: वन संरक्षण के लिए काम जैसे कि पौधरोपण, और वनों की सुरक्षा करने के काम किए जा सकते हैं।
4. सड़क निर्माण: गांव के बाजार तक पहुँचने के लिए सड़कों की निर्माण और अनुरक्षण के काम किए जा सकते हैं।
5. गर्मी के मौसम में काम: योजना के अंतर्गत गर्मी के मौसम में जल संचालन, बाड़ों की निर्माण, और पेड़ पौधों की देखभाल के काम किए जा सकते हैं।
6. जल संचालन: मनरेगा योजना के तहत जल संचालन के काम किए जा सकते हैं, जैसे कि कुएं और हैंडपम्प की निर्माण और देखभाल।
7. स्वच्छता अभियान: मनरेगा कार्यक्रम के अंतर्गत स्वच्छता अभियान भी चलाया जा सकता है, जिसमें स्वच्छता से जुड़े काम जैसे कि शौचालयों का निर्माण और सफाई कार्य किए जा सकते हैं.
8. स्थायी निर्माण: मनरेगा कार्यक्रम के अंतर्गत स्थायी निर्माण के काम जैसे कि स्कूल और आवास का निर्माण किया जा सकता है।
9. पर्यावरण संरक्षण: योजना पर्यावरण संरक्षण के कामों को भी प्रोत्साहित करती है, जैसे कि वन संरक्षण और जल संरक्षण।
9. कृषि विकास: मनरेगा कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि से जुड़े कामों का प्राधिकृत रूप से काम किया जा सकता है, जो कृषि विकास को प्रोत्साहित करता है।
Manrega Yojna में कैसे जुड़े
- मनरेगा जॉब कार्ड योजना में पंजीकरण करना काफी आसान है। इसके तहत आप ग्राम पंचायत के माद्यम से पंजीकरण करा सकते है।
- मनरेगा योजना में जुड़ने के लिए परिवार के व्यस्क सदस्य अपने डॉक्यूमेंट ग्राम पंचायत में जमा करे।
- उसके बाद पंचायत सत्यापन होगा जिसके बाद आपको जॉब कार्ड दिए जायेंगे। इस कार्ड को मनरेगा जॉब कार्ड के नाम से भी जाना जाता है।
मनरेगा जॉब कार्ड खाते की राशि (Balance) कैसे चेक करे
- सबसे पहले, आपको मनरेगा कार्यालय की आधिकारिक वेबसाइट https://nregade.nic.in पर जाना होगा।
- वेबसाइट पर पहुंचने के बाद, आपको “मनरेगा जॉब कार्ड पोर्टल” या “मनरेगा जॉब कार्ड स्थिति” जैसा विकल्प चुनना होगा।
- यदि आपने पहले से ही रजिस्ट्रेशन किया है, तो आप अपने उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड के साथ लॉग इन कर सकते हैं। अगर आपने रजिस्ट्रेशन नहीं किया है, तो आपको पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा।
- जब आप लॉग इन कर लें, तो आपको मनरेगा जॉब कार्ड की डिटेल्स, जैसे कि जॉब कार्ड नंबर, जिला, और पंचायत का नाम डालनी होगी।
- जब आप डिटेल्स दर्ज करेंगे, तो आपको आपके मनरेगा जॉब कार्ड की डिटेल्स दिखाई देगी। आप यहाँ पर आपके जॉब कार्ड में जमा हुई राशि की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- आप अपने मनरेगा जॉब कार्ड की राशि की पूरी रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं और उसे प्रिंट आउट कर सकते हैं या सेव कर सकते हैं।
मनरेगा जॉब कार्ड के लिए जरुरी दस्तावेज
पहचान प्रमाण पत्र (ID Proof): आपकी पहचान की प्रमाणित कॉपी, जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर ID कार्ड इत्यादि।
पता प्रमाण पत्र (Address Proof): आपके पते की प्रमाणित कॉपी, जैसे कि आधार कार्ड, बिजली बिल, पासपोर्ट, वोटर ID कार्ड इत्यादि।
राशन कार्ड
फोटो: आपकी पासपोर्ट साइज की फोटो कॉपी।
जाति प्रमाण पत्र (Caste Certificate): यदि आप अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, या अन्य आरक्षित जातियों से संबंधित हैं, तो आपके पास जाति प्रमाण पत्र की प्रमाणित कॉपी होनी चाहिए।
बैंक खाता डिटेल्स: आपके बैंक खाते की जानकारी, जैसे कि बैंक का नाम, खाता संख्या, और IFSC कोड।
मोबाइल नंबर: आपका चालू मोबाइल नंबर, जिसका उपयोग OTP के लिए किया जाता है।
आय प्रमाण पत्र (Income Certificate): यदि योजना के तहत आपकी आय की सीमा से संबंधित होती है, तो आय प्रमाण पत्र की प्रमाणित कॉपी।
शिक्षा प्रमाण पत्र (Educational Certificate): कुछ कामों के लिए शिक्षा प्रमाण (रिजल्ट) पत्र की प्रमाणित कॉपी।
आपके ग्रामीण क्षेत्र की जिला पंचायत या गांव सभा के निर्देशों के अनुसार, आपको इन दस्तावेजों को जमा करने के बाद मनरेगा योजना में जुड़ सकते हैं। ध्यान दें कि दस्तावेजों की फोटो कॉपी को साथ में लेकर जाएं।
मनरेगा जॉब कार्ड आवेदन कैसे करे
अगर आप इच्छुक उमीद्वार है और आप मनरेगा जॉब कार्ड के लिए आवेदन करना चाहते है तो निचे कुछ स्टेप्स दिए गए है जिन्हे फॉलो करके आप आसानी से मनरेगा जॉब कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है।
- मनरेगा जॉब कार्ड के लिए सबसे पहले आपको एक आवेदन फॉर्म भरना होगा।
- आपको मनरेगा जॉब कार्ड रजिस्ट्रेशन फॉर्म को यहां से डाउनलोड कर सकते है। (डाउनलोड करे)
- अब इस फॉर्म में आपको पूछी गयी सारी जानकारी भर देनी है।
- फॉर्म भरने के बाद आपको फॉर्म के नीचे ओर अपने हस्ताक्षर या अंगूठे का निशान लगा ले।
- फॉर्म के साथ मांगे गए सभी डॉक्यूमेंट को इक्क्ठा करे।
- फॉर्म भरने और सारे डॉक्यूमेंट अटैच करने के बाद आप इस एप्लीकेशन फॉर्म को अपने ग्राम पंचायत कार्यालय में जमा कर दे।
- आवेदन फॉर्म के सत्यापन के बाद ही आपको मनरेगा जॉब कार्ड प्रोवाइड करा दिया जायेगा।
मनरेगा जॉब कार्ड लिस्ट 2023 ऑनलाइन कैसे देखे?
अगर आप मनरेगा जॉब कार्ड लिस्ट 2023 ऑनलाइन देखना चाहते है तो दिए गए स्टेप्स को फॉलो करे-
- मनरेगा जॉब कार्ड लिस्ट में अपना नाम देखने के लिए मनरेगा ग्राम पंचायत की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- आपके सामने मनरेगा ग्राम पंचायत का नया पेज खुलकर आ जायेगा।
- इस नए पेज पर आपको Generate Reports पर क्लिक करना है।
- अब आपको अपने राज्य का नाम सेलेक्ट करना होगा।
- अब इस नए पेज पर आपको अपना वित्तीय वर्ष, जिला, ब्लॉक पंचायत, को चुनना होगा और Proceed के बटन पर क्लिक करे।
- अब आपको Job Card/ Registration के सेक्शन में Job Card/ Employe Registration पर क्लिक करना होगा।
- अब अगले पेज पर आपको जॉब कार्ड नंबर और आवेदक के नाम की सूची देखने को मिलेगी।
- अब आपको अपने जॉब कार्ड नंबर पर क्लिक करना है।
- क्लिक करते ही आपके सामने आपकी सारी डिटेल आ जाएगी।
- आप यहां से अपना मनरेगा जॉब कार्ड डाउनलोड भी कर सकते है।
- तो इस तरह से आप Manrega Job Card List 2023 देख सकते है।
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Manrega Yojna का विरोध क्यों किया जाता है?
1. धन की अप्रभावकता: कुछ लोग मानते हैं कि मनरेगा योजना में काम करने वालों मजदूरों को मिलने वाला वेतन बहुत कम होता है और इससे उनकी आर्थिक स्थिति में कोई विशेष सुधार नहीं होता।
2. काम की गुणवत्ता: कुछ लोग यह भी दावा करते हैं कि मनरेगा कार्यक्रम में काम की गुणवत्ता कम होती है और इससे ग्रामीणों को फायदा नहीं होता।
3. काम की उपलब्धता: कुछ स्थानों में मनरेगा कार्यक्रम में काम की उपलब्धता में समस्या होती है, और लोग यह दावा करते हैं कि उन्हें काम नहीं मिलता है।
4. विपक्षी राजनीति: कुछ लोग इसे राजनीतिक विपक्ष के तत्व के रूप में देखते हैं और यह योजना को आलोचना करते हैं ताकि वे अपने राजनीतिक हित को प्राथमिकता दे सकें।
5. काम का अधिक संख्या में बढ़ना: मनरेगा योजना में काम करने वालों की आवश्यकता के बजाय, कुछ स्थानों में लोग यह दावा करते हैं कि काम का अधिक संख्या में बढ़ने से उनके लिए काम की सुविधा में कमी होती है।
6. बजट की समस्या: कुछ लोग मानते हैं कि मनरेगा योजना के लिए सरकार के पास पर्याप्त बजट नहीं होता है और इससे काम पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
मनरेगा योजना से सम्बंधित पूछे जाने वाले प्रश्न
मनरेगा योजना किसके लिए है?
मनरेगा योजना ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए है, जो रोजगार की तलाश में हैं।
क्या इस योजना के तहत कौन-कौन से काम किए जाते हैं?
इस योजना के तहत काम जैसे कि सड़क निर्माण, कुँएं खुदाई, और जल संचालन किए जाते हैं।
मनरेगा योजना के लिए कैसे आवेदन करें?
आपको अपने स्थानीय पंचायत या ग्राम पंचायत में आवेदन करना होता है।
यह योजना कितने समय के लिए होती है?
मनरेगा योजना के तहत काम की गारंटी 100 दिन की होती है।
मनरेगा योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी को कम करने और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देना है।